नई शर्तों के तहत 3 चरणों में बनेगी यूपी की फिल्म सिटी, अभिनेताओं ने मांगी जमीन

Indian News Desk:

एचआर ब्रेकिंग न्यूज, डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी परियोजना धरातल पर उतरने में विफल हो रही है। फिल्म सिटी का निर्माण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। सेक्टर 21 में 1000 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए दो बार ग्लोबल टेंडर निकाले गए, लेकिन किसी बड़ी फर्म ने जिम्मेदारी नहीं ली।
उसके बाद तीन चरणों में फिल्म सिटी बनाने की योजना बनाई गई है। शासन स्तर पर बैठक कर निर्णय लिया गया कि प्रथम व द्वितीय चरण में 400 एकड़ तथा तृतीय चरण में 200 एकड़ भूमि विकसित की जायेगी.
अधिकारियों का कहना है कि इतने बड़े क्षेत्र में कोई बड़ी कंपनी फिल्म सिटी बनाने के लिए आगे नहीं आ रही है, जबकि यमुना प्राधिकरण को चार ऑफलाइन प्रस्ताव मिले हैं। इन सभी को लेकर बुधवार को लखनऊ में औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह व एसीएस सूचना संजय प्रसाद सहित वाईडा के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह, एसीईओ मोनिका रानी, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया व सीबीआरई के अधिकारियों की बैठक हुई.
इन एक्टर्स ने मांगी है जमीन-
अधिकारियों को बताया गया कि मौजूदा शर्तों के मुताबिक आवेदक कंपनी का टर्नओवर इस लागत का 25 फीसदी होना चाहिए. इसमें डिजाइन कंट्रोल अथॉरिटी होगी। छूट की अवधि 60 साल होगी, जिसके चलते कंपनियां नहीं आईं। अब तक मिले प्रस्तावों में फिल्म निर्माता केसी बोकाडिया ने 250 एकड़, कैलाश मासूम ने 100 एकड़, अभिनेता राजपाल यादव ने 100 एकड़ और अभिनेता अनिल कपूर ने 100 एकड़ जमीन मांगी है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि फिल्म सिटी के लिए अब नए सिरे से टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। सीबीआरई निविदा और अनुबंध तैयार करने का काम संभालेगी।
यूपी के अफसरों की टीम महाराष्ट्र जाएगी
सरकार ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में फिल्म सिटी के विकास के लिए 900 एकड़ जमीन आवंटित की है। यहां बताया गया है कि फिल्म सिटी के विकास के लिए जमीन कैसे आवंटित की जाती है, इसका विकास मॉडल क्या है। इन सभी बिंदुओं को जानने के लिए यमुना अथॉरिटी की टीम और सीबीआरई के सदस्य मुंबई जाएंगे। प्राधिकरण की एसीईओ मोनिका रानी सोमवार को टीम के साथ मुंबई के लिए रवाना होंगी। वहां से वह औद्योगिक विकास आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके आधार पर अगली रणनीति बनाई जा रही है।