ITR भरने वालों को मिलेग 50 हजार का फायदा

Indian News Desk:

HR Breaking News (ब्यूरो) : इनकम टैक्स दाखिल करते वक्त लोगों को कई तरह के फायदे मिलते हैं. इन फायदों के जरिए लोग अपने इनकम टैक्स में कमी ला सकते हैं. साथ ही इन छूट के जरिए लोगों की टैक्स देयता में गिरावट आती है. वहीं अगर आपकी सैलरी आती है तो लोगों को एक एक्स्ट्रा फायदा भी मिलता है. सैलरी आती है तो लोग स्टैंडर्ड डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में…
स्टैंडर्ड डिडक्शन
स्टैंडर्ड डिडक्शन का मतलब वेतन या पेंशन आय अर्जित करने वाले व्यक्तियों के लिए एक समान कटौती है. इसे बजट 2018 में परिवहन भत्ते की छूट और कई चिकित्सा खर्चों की प्रतिपूर्ति के बदले में पेश किया गया था. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पुरानी व्यवस्था में मानक कटौती की सीमा 50,000 रुपये है. वहीं बजट 2023 के अनुसार वेतनभोगी टैक्सपेयर्स अब 50000 रुपये की स्टैंडर्ड डिडक्शन के लिए पात्र हैं. वित्तीय वर्ष 2023-24 से नई कर व्यवस्था के तहत भी 50,000/ रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन का लाभ मिलता है. स्टैंडर्ड डिडक्शन की एक फ्लैट कटौती है.
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टैक्स में राहत
स्टैंडर्ड डिडक्शन के तहत मिलने वाले 50 हजार रुपये के फायदे के तहत कागजी कार्रवाई नहीं होती है और इसमें वास्तविक खर्चों की परवाह किए बिना कटौती मिलती है. साथ ही मध्यम वर्ग के वेतनभोगी व्यक्तियों को इससे टैक्स में राहत मिलती है. साथ ही इससे पेंशनभोगियों को भी लाभ मिलता है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2023 को बजट 2023 की घोषणा करते हुए कहा था कि वेतनभोगी वर्ग और पारिवारिक पेंशनभोगियों सहित पेंशनभोगियों के लिए है नई कर व्यवस्था में मानक कटौती का लाभ बढ़ाने का प्रस्ताव है. इस प्रकार प्रत्येक वेतनभोगी व्यक्ति इसके लिए पात्र होगा.
वेतन
नई कर व्यवस्था का विकल्प चुनने पर वेतनभोगी व्यक्तियों को 50,000 रुपये की मानक कटौती मिलेगी. बजट 2023 के अनुसार, पेंशनभोगी नई आयकर व्यवस्था के तहत अपने वेतन/पेंशन आय से 50,000 रुपये की मानक कटौती का दावा कर सकते हैं. बजट 2023 के प्रस्ताव के अनुसार, पारिवारिक पेंशनभोगियों को 15,000 रुपये की मानक कटौती मिलेगी.