यही कारण है कि ज्यादातर लोगों की लव मैरिज सफल नहीं हो पाती है

Indian News Desk:

एचआर ब्रेकिंग न्यूज (नई दिल्ली)। इसमें कोई शक नहीं है कि शादी हमारे समाज का एक अभिन्न अंग है, जो न सिर्फ लोगों को जोड़ता है बल्कि धार्मिक रूप से दो परिवारों को भी जोड़ता है। यही वजह भी है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते की तमाम रस्में और परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं। जहां अधिकांश युवा अपने माता-पिता की पसंद के अनुसार अपने जीवन साथी का चयन करना पसंद करते हैं, वहीं कुछ अपनी इच्छा के अनुसार अपने जीवन साथी का चयन करते हैं। हां, यह बात अलग है कि भारत में परिवार आज भी अरेंज्ड मैरिज के विचार को स्वीकार करते हैं, जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि अरेंज मैरिज की तुलना में लव मैरिज कहीं ज्यादा आसानी से टूट जाती है।

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कुछ लोग धार्मिक संघर्ष-सांस्कृतिक मतभेद, पारिवारिक असहमति और अन्य महत्वपूर्ण कारकों के कारण भारत में प्रेम विवाह का विकल्प चुनते हैं। एक अध्ययन में यह भी कहा गया है कि लोग शुरू में अपने प्रियजनों से शादी करना चाहते हैं, लेकिन पारिवारिक दबाव के कारण वे प्रेम विवाह नहीं कर पाते हैं। यह भी एक कारण है कि जो लोग परिवार के खिलाफ जाकर शादी करते हैं, उन्हें भी शादी के बाद दूसरी तरह की परेशानियां शुरू हो जाती हैं, जिससे उनका रिश्ता कमजोर होने लगता है।

पारिवारिक कलह

हमारे समाज में प्रेम विवाह अभी भी सामान्य नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे अपनी पसंद के पार्टनर से शादी करने के लिए परिवार की स्वीकृति नहीं मिलती है। एक छत के नीचे रहने के बाद भी लोग एक-दूसरे को नहीं अपनाते। यह भी एक कारण है कि इन रिश्तों में बड़ों के प्यार की कमी हमेशा बनी रहती है, जिससे शादी को निभाना मुश्किल हो जाता है।

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जिम्मेदारियों के कारण समय की कमी

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कपल्स शादी से पहले एक-दूसरे के साथ काफी वक्त बिताते हैं। वह न केवल जीवन के हर पहलू पर चर्चा करते हैं, बल्कि उनके जीवन का हर दिन उनकी उंगलियों पर है। लेकिन शादी के बाद सब कुछ बदल जाता है। क्योंकि लव मैरिज में कपल पहले से ही एक-दूसरे को काफी अच्छे से जान लेते हैं, जिससे शादी के बाद उनकी लाइफ में कोई नयापन नहीं आता। वे न केवल एक-दूसरे का भला-बुरा जानते हैं, बल्कि छोटी-छोटी बातों पर झगड़ने भी लगते हैं।

आम सहमति का अभाव

अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज, जिन रिश्तों में सम्मान की कमी होती है, उनका लंबे समय तक टिक पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन प्रेम विवाह में समस्या यह है कि जोड़े एक-दूसरे के प्रति बहुत अधिक खुले होते हैं। ये न सिर्फ एक-दूसरे को निकनेम से बुलाते हैं बल्कि कई बार ये एक-दूसरे की फीलिंग्स की भी परवाह नहीं करते हैं। क्योंकि इस शादी में लोग आपसी सम्मान को अपनी शान में लेते हैं। यदि आपके पति आपको ऊपर नहीं बुलाते हैं, तो आप उन्हें उनके नाम से संबोधित करें।

जल्दी शादी करो

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प्रेम विवाह टूटने का एक मुख्य कारण यह है कि लोग बिना जाने ही अपने साथी से शादी करने का फैसला कर लेते हैं। वास्तव में इस प्रकार के विवाह में हमेशा पारिवारिक पहलू का अभाव होता है, जिसके कारण हम सामने वाले की सभी स्थितियों को जाने बिना ही विवाह कर लेते हैं। यह भी एक कारण है कि जब शादी के बाद की जिंदगी का सामना हकीकत से होता है तो यह रिश्ता फंसने लगता है।

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