पब्लिक ट्रासंपोर्ट के मामले में देश का ये शहर बना नंबर वन

Indian News Desk:
HR Breaking News (ब्यूरो) : मुंबई देश की आर्थिक राजधानी के तौर देश ही नहीं, दुनिया भर में विख्यात है लेकिन अब यह शहर देश-दुनिया में सबसे बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public transportation) के लिए भी जाना जाने लगा है. दरअसल एक सर्वे में मुंबई को सबसे बेहतरीन परिवहन की सुविधा के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 19 शहरों में चुना गया है. यानी मुंबई अब दुनिया के टॉप 20 शहरों में शामिल है. यह तथ्य मायानगरी मुंबई की सबसे खास और ताजा उपलब्धि है.
यह सर्वे टाइम आउट (Time Out surveyed) ने दुनिया भर के 50 शहरों में 20,000 से अधिक लोगों के बीच किया है. इसमें भारत का एकमात्र शहर मुुंबई को स्थान मिला है. सर्वे के मुताबिक यहां सार्वजनिक परिवहन (Public transportation) के लिए देश में सबसे सुगम व्यवस्था है. मुंबई में बेस्ट कनेक्टिविटी के लिए बस, ऑटो, टैक्सी, लोकल ट्रेन के अलावा मेट्रो को भी इसका श्रेय दिया गया है.
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मायानगरी मुंबई ने राजधानी दिल्ली को छोड़ा पीछे
हालांकि दिल्ली की मेट्रो व्यवस्था देश की सबसे अव्वल परिवहन व्यवस्था है लेकिन इस सर्वे में मुंबई ने दिल्ली को पीछे छोड़ दिया है. सर्वे में मुंबई के 81 फीसदी लोगों ने कहा कि यहां सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना बहुत सरल है. कनेक्टिविटी में कोई बाधा नहीं आती. लोगों का कहना है परिवहन में सुरक्षा और भुगतान करने की सुविधा ने सबकुछ आसान बना दिया है.
वैसे दिल्ली और मुंबई की बात करें तो एक देश की राजधानी और दूसरी देश की आर्थिक राजधानी के तौर पर विख्यात है. दोनों महानगरों का अपना मौसम और यहां रहने वालों का अपना मिजाज है. दोनों शहरों के पास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं और यहां से विदेशों में आसानी से पहुंचा जा सकता है. इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर दोनों शहरों की रिहाइश और परिवहन व्यवस्था में कुछ अंतर हैं लेकिन मुंबई की लाइफलाइन अगर लोकल है दिल्ली की लाइफ लाइन मेट्रो.
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दिल्ली-मुुंबई के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में क्या है अंतर
साल 2002 में शुरू हुई दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में वर्तमान में 286 स्टेशन हैं और यह करीब 390.14 किलोमीटर तक फैली है. वहीं साल 2006 में शुरू हुई मुंबई मेट्रोे जनवरी 2023 तक फिलहाल 46.4 किलोमीटर तक यात्रा करती है. परिचालन लंबाई के आधार पर दिल्ली मेट्रो नंबर वन और मुंबई मेट्रो भारत में छठा स्थान रखती है.
यानी जिस तरह दिल्ली मुंबई से मेट्रो के मामले में काफी आगे है वहीं मुंबई लोकल आज भी सबसे लंबी दूरी तय करती है. करीब 390 किलोमीटर के बीच चल रही मुंबई लोकल में 2,342 ट्रेनें चलती हैं. और रोजाना पचहत्तर लाख से अधिक यात्री आते जाते हैं हालांकि दिल्ली मेट्रो में भी रोजाना करीब सत्तर लाख यात्री सफर करते हैं.
दिल्ली में डीटीसी की करीब 7,500 बसें हैं तो मुंबई में बेस्ट की बसों की संख्या करीब 4,000 है. बात पंजीकृत ऑटो रिक्शा की करें तो मुंबई में इसकी कुल संख्या करीब 3 लाख है. वहीं टैक्सी की संख्या 2 लाख के आस-पास है. जबकि दिल्ली में ऑटो 1.25 लाख के आस-पास है तो टैक्सियों की संख्या करीब 1.15 लाख है.
एक अलग सर्वे में दिल्ली मुंबई से आगे थी
इससे पहले मार्च में ओलिवर वायमन फोरम (Oliver Wyman Forum) की रिपोर्ट में सर्वोत्तम पब्लिक ट्रांसपोर्ट इंडेक्स में दुनिया के 60 शहरों में दिल्ली को 35वां स्थान मिला था वहीं मुंबई को सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुविधा के लिहाज से 41वां स्थान दिया गया था. यानी इस लिस्ट में मुंबई दिल्ली से पीछे थी. इस सूची मेें हांगकांग सबसे ऊपर था.
सुरक्षा के लिहाज से मुंबई दिल्ली से आगे
सबसे बेस्ट परिवहन को लेकर दिल्ली और मुंबई के नाम पर भले ही हम बहस करें लेकिन सुरक्षा एक ऐसा मुद्दा है जिस विंदु पर मुंबई का सार्वजनिक परिवहन दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन से ज्यादा भरोसेमंद है.
दिल्ली मेट्रो का सफर और डीटीसी की बसों ने बेशक देर रात की सुरक्षित यात्रा को भी पहले के मुकाबले ज्यादा बहाल किया है लेकिन मुुंबई इस लिहाज से सालों से सबसे अधिक विश्वसनीय रही है. देर रात लोकल की सवारी हो या ऑटो की, दिल्ली की तरह पैसेंजर खौफजदा कम होते हैं.
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अब कौन बना शहर नंबर वन?
टाइम आउट सर्वे के मुताबिक परिवहन के हिसाब से दुनिया का सबसे अच्छा शहर होने का सम्मान जर्मनी के बर्लिन को मिला है, जहां 97 फीसदी स्थानीय लोगों ने शहर के परिवहन नेटवर्क की तारीफ की. प्राग ने सार्वजनिक परिवहन के अपने सुविधाजनक और सौंदर्यपूर्ण साधनों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि जापान का टोक्यो तीसरे स्थान पर रहा. खास बात ये कि इस लिस्ट के टॉप टेन शहर यूरोप या एशिया के ही थे.