मेट्रो में दांए और बांए ही नहीं, होता है एक और खुफिया दरवाजा, आपको भी नहीं होगा पता

Indian News Desk:

Delhi Metro : मेट्रो में दाएं और बाएं ही नहीं, होता है एक और खुफिया दरवाजा, आपको भी नहीं होगा पता

HR Breaking News (नई दिल्ली)। अगला स्टेशन राजीव चौक है, दरवाजे बाईं तरफ खुलेंगे… मेट्रो में सफर के दौरान आपने ये लाइन तो कई बार सुनी होंगी। मेट्रो के दरवाजे आम तौर पर दाई तरफ या बाई तरफ खुलते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल्ली मेट्रो में दो दरवाजे और होते हैं? जी हां ये सच है। मेट्रो में दाई और बाईं तरफ के अलावा आगे और पीछे भी दरवाजे होते हैं। जिसके बारे में बेहद ही कम लोग जाते हैं।

 

 

किस लिए होता है इस दरवाजे का इस्तेमाल?

जैसा की हम सभी जानते हैं कि दिल्ली मेट्रो ओवर ब्रिज के अलावा अंडरग्राउंड में भी चलती है। इस दौरान इसमें रोजाना 50 लाख लोग सफर करते हैं। जिनकी सुरक्षा DMRC के हाथ में होती है। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए DMRC ने मेट्रो के अंदर भी सुरक्षा के कई इंतजाम किए हैं। जिससे कि कोई इमरजेंसी आने पर यात्रियों को सेफ्टी से मेट्रो से बाहर निकाल दिया जाए। इन्हीं सुरक्षा के इंतजामों से एक है मेट्रो का इमरजेंसी Exit डोर…

मेट्रो में किस साइड होता है ये डोर

अगर आपने मेट्रो में सफर किया होगा तो आपने देखा होगा कि मेट्रो के आगे और पीछे वाले डिब्बे में कुछ जगह होती है। जिसे पायलट केबिन (ड्राइवर केबिन) कहते हैं। यहीं से मेट्रो का ड्राइवर उसे चलाता है। हालांकि इसी केबिन में वो इमरजेंसी डोर होता है। जिसे कभी- कभी जरुरत पड़ने में खोला जाता है। ये दरवाजा मेट्रो के आगे और पीछे दोनों ही ड्राइवर केबिन में होता है।

READ  Delhi Metro के 30 स्टेशन होंगे बंद, मेट्रो में सफर करने वाले जान लें बड़ा अपडेट

कब खुलता है ये डोर

मेट्रो के ड्राइवर केबिन में बने इस इमरजेंसी एग्जिट डोर को उस वक्त खोला जाता है। जब मेट्रो टनल में फंसी हो या फिर ब्रिज पर रुकी हो। क्योंकि अगर मेट्रो स्टेशन पर रुकी होगी तो उस वक्त दाएं और बाएं तरफ बने दरवाजों में से किसी एक को खोल कर यात्रियों को निकाला जा सकता है। लेकिन जब मेट्रो टनल में हो या फिर ब्रिज पर हो तो उस वक्त उन दरवाजों को नहीं खोला जा सकता। इसलिए पहले मेट्रो चालक इमरजेंसी पड़ने पर लोगों को शांति बनाने की अपील करता है। उसके बाद इसी इमरजेंसी गेट को खोलकर यात्रियों को आराम से बाहर निकालता है। हालांकि बता दें इस गेट को खोलने का अधिकार सिर्फ DMRC के पास होता है। इस केबिन में आम यात्री का बिना इजाजत के आना वर्जित है।

DMRC ने शेयर किया है इस गेट का वीडियो

आठ साल पहले DMRC ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस गेट के इस्तेमाल के लिए एक वीडियो भी शेयर किया था। जिसमें अगर कभी इमरजेंसी पड़ती है तो इस गेट का इस्तेमाल कैसे किया जाता है। वीडियो के अनुसार अगर मेट्रो टनल में फंसी है या फिर ब्रिज पर फंसी हो तो उस वक्त सबसे पहले मेट्रो चालक की बात सुनें। उसके बाद धीरे- धीरे मेट्रो के इस इमरजेंसी Exit गेट से बाहर निकले। बाहर निकलकर DMRC के अधिकारियों की बात निर्देषों का पालन करें। ऐसा करने से आप सुरक्षित मेट्रो स्टेशन तक पहुंच पाएंगे।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *