भारत में दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन, आज भी इस रूट पर चलता है

Indian News Desk:

HR Breaking News (नई दिल्ली)। Oldest Steam Engine: अगर आप कभी विंटेज स्टीम इंजन वाली ट्रेन में सफर करना चाहते हैं तो फेयरी क्वीन आपका यह सपना पूरा कर सकती है. इसका परिचालन भारतीय रेलवे द्वारा किया जाता है. इसका इंजन 1855 में बना था. यह दुनिया का सबसे पुराना अब तक काम करने वाला (Oldest Functioning Steam Engine) स्टीम इंजन है. फेयरी क्वीन लोकोमोटिव का शुरुआत में इस्तेमाल पश्चिम बंगाल में हावड़ा से रानीगंज के बीच हल्की मेल ट्रेनों को खींचने के लिए किया जाता था. इसके बाद इसे बिहार में भी चलाया गया जहां यह 1909 तक रहा.
बिहार से इसे फिर पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन के बाहर शो-पीस की तरह 34 साल तक लगाए रखा गया 1943 में इस इंजन को उत्तर प्रदेश के चंदौसी में रेलवे के ट्रेनिंग स्कूल में भेज दिया गया. इस इंजन को ईस्ट इंडिया कंपनी ने बनवाया था. इस इंजन के नाम आज भी काम कर रहे सबसे पुराने स्टीम इंजन का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड है. ट्रेनिंग स्कूल में रखे जाने के बाद इसे 1997 में एक बार फिर पटरियों पर उतारा गया था.
फेयरी क्वीन ट्रेन
1972 में इसे भारत सरकार ने हैरिटेज का दर्जा दिया और 1997 में फेयरी क्वीन ट्रेन नाम से परिचालन शुरू किया. इसे दिल्ली से रेवाड़ी के बीच चलाया जाता है. हालांकि, इस इंजन का परिचालन हमेशा नहीं होता है और अधिकांश समय यह रेवाड़ी स्थित रेलवे हैरिटेज म्यूजियम में ही खड़ा रहता है. 2011 से पहले इसे दिल्ली और अलवर के बीच चलाया जाता था लेकिन उस साल इस इंजन के लूटपाट हुआ और उसमें यह क्षतिग्रस्त भी हुआ. इसके बाद फेयरी क्वीन ट्रेन के इंजन को एक एक अन्य इंजन से बदला गया. हालांकि, रेलवे ने 6 साल की मेहनत के बाद फेयरी क्वीन इंजन को चलाने लायक बना दिया और 2017 में एक बार फिर इसे पटरियों पर उतार दिया गया. कोविड-19 महामारी से पहले इसका परिचालन हर हफ्ते में 2 बार किया जाता था. हालांकि, इस हैरिटेज ट्रेन इंजन को अब कभी-कभी ही चलाया जाता है.
कितना है किराया
फेयरी क्वीन ट्रेन से दिल्ली से रेवाड़ी तक का सफर किया जा सकता है. खबरों के अनुसार, दिल्ली-रेवाडी टू वे जर्नी के लिए एक व्यस्क को 6804 रुपये की टिकट लेनी पड़ती है. वहीं, एक तरफ के सफर के लिए 3402 रुपये लगते हैं. 5 साल से कम के बच्चों के लिए किराया दोनों ही सूरतों में आधा हो जाता है. हालांकि, संभव है कि अगली बार इसके किराए में अंतर हो. विदेशी नागरिकों से एक्सचेंज रेट के हिसाब से किराया वसूला जाता है. अगर सफर के दौरान इंजन खराब होता है तो दूसरे डीजल इंजन की मदद से जर्नी पूरी की जाती है.