वापस लौट आई हनीमून जाते समय रास्ते से गायब होने वाली दुल्हन, बताई सच्चाई

Indian News Desk:

HR Breaking News (नई दिल्ली)। न किसी ने अगवा किया था। न कोई बहला-फुसला कर ले गया था। हनीमून के लिए पति के साथ दार्जिलिंग जा रही काजल ने किशनगंज पहुंचकर जो बयान ऑन पेपर दर्ज कराया, वह छोटी-सी अनबन पर बड़े बवाल की पूरी कहानी बताती है। काजल ने शनिवार को कटिहार स्थित रेल न्यायालय में बयान दिया कि नई दिल्ली-न्यू जलपाईगुड़ी ट्रेन में पति से अनबन के बाद वह गुस्से में ट्रेन से उतर गई। किस स्टेशन पर उतरी, यह भी नहीं पता। रात थी।
ट्रेन से उतरी और जबतक कुछ फैसला लेती, वह ट्रेन निकल गई। इसके बाद वह प्लेटफॉर्म पर यहां-वहां करती रही, लेकिन रात में अनजाने डर से वह एक दूसरी ट्रेन में चढ़ गई। गुस्से में ही मोबाइल भी कहीं गिर गया। जिस ट्रेन में बैठी थी, वह दिल्ली लेती गई। मोबाइल नहीं होने के कारण किसी से संपर्क नहीं हो सका। किसी तरह गुरुग्राम पहुंच गई। पास में कुछ ही पैसे थे, लेकिन थकावट के कारण कोई आसरा चाहिए था। मकान खोजने लगी तो एक महिला उसे थाने ले गई।
डीएलएफ हाउसिंग सोसायटी में मकान ढूंढ़ रही थी काजल
एक रिपोर्ट में पता चला है कि काजल का अपहरण तो नहीं हुआ था। होता तो वह अपने मायके-ससुराल से 1000 किमी से ज्यादा दूर इतनी आसानी से घूमकर मकान नहीं खोज रही होती। गुरुग्राम के सेक्टर 24 से सटे नाथूपुर में काजल को किसी ने पुलिस तक पहुंचा दिया। काजल इसी इलाके में डीएलएफ हाउसिंग सोसायटी में वह मकान ढूंढ़ रही थी। गुरुग्राम पुलिस के जांच अधिकारी (IO) शेरपाल ने बताया कि जब मकान ढूंढ़ने पहुंची तो वहां एक महिला को बताया कि यही नाथूपुर से आयी हूं। महिला को उसकी आवाज से शक हुआ तो वह उसे थाने लेकर चली आयी। यहां शुरुआती पूछताछ के बाद उसे सिविल लाइंस स्थित वन स्टॉप सेंटर में रखा गया था।
पिता, बड़े चाचा और चचेरे भाई पहुंचे थे गुरुग्राम
पूछताछ के दौरान पता काजल ने अपने परिजनों की जानकारी दी। मायके वालों को खबर दिया गया और इधर, किशनगंज राजकीय रेल पुलिस को भी खबर दी गई। यह जानकारी मुजफ्फरपुर में पति तक भी पहुंचायी गई कि काजल मिल गई है। काजल के पति को पहले शुक्रवार को किशनगंज बुलाया गया, फिर अब शनिवार को कटिहार रेल न्यायालय में न्यायिक पदाधिकारी के समक्ष बयान दर्ज कराया गया। नाथूपुर पीपी के सब-इंस्पेक्टर त्रिलोक ने बताया कि पिता, बड़े चाचा और दो चचेरे भाई काजल को ले जाने के लिए गुरुग्राम आए थे। उन्हें ही सुपुर्द किया गया। इधर, किशनगंज रेल थानेदार नितेश कुमार ने बताया कि कोर्ट में काजल का बयान दर्ज कराने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया।