ऐसे लोग होते हैं आस्तीन के सांप, कभी न करें दोस्ती

Indian News Desk:

HR Breaking News (नई दिल्ली)। दोस्ती ही एक मात्र ऐसा रिश्ता होता है, जिसे व्यक्ति खुद अपने से चुनता है। जो खुशी और सुकून आपको अपने दोस्त के साथ मिल सकता है, वो आप कहीं दूसरी जगह नहीं पा सकते हैं। लेकिन शर्त है कि वह आपका सच्चा दोस्त हो। आजकल लोग अपने मतलब के लिए दोस्ती करते हैं। यदि जरूरत पड़े तो अपने स्वार्थ के लिए अपने दोस्तों को इस्तेमाल करने से पहले सोचते तक नहीं हैं। अब कोई भी भगवान कृष्ण-सुदामा जैसी मित्रता रखने का दम नहीं रखता है। इसलिए दोस्तों को परख लेना बहुत जरूरी होता है। साथ में पार्टी करने या ट्रिप पर जाने वाले लोगों को दोस्त समझने की गलती कर रहे हैं, तो अभी वक्त हैं संभल जाएं।

अब तक के सबसे कुशल कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ में, कैसे लोगों से दोस्ती नहीं रखनी चाहिए और सच्चे मित्र की पहचान कैसे की जाती है, इस बारे बहुत विस्तार से लिखा है। यहां हम आपको चाणक्य नीति में वर्णित ऐसी ही कुछ बातों को बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने लिए सही दोस्तों का चुनाव कर सकते हैं।

मुंह पर मीठा बोलने वाले दोस्त-

ऐसे दोस्तों से दूर रहें जो आपके मुंह पर तो आपकी खूब बड़ाई करते हैं लेकिन दूसरों के सामने आपकी बुराई करते हैं। ऐसा करने वाले लोग जरूरत पड़ने पर अपने मतलब के लिए आपकी बलि चढ़ाने से पहले भी नहीं सोचते हैं। सच्चा दोस्त वही है, जो आपके मुंह पर आपकी गलती को कहने की हिम्मत रखे और दूसरे लोगों से कभी आपकी बुराई ना सुने।

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बातों को इधर से उधर करने वाले दोस्त-

ऐसे लोग जिन्हें गॉसिप करना पसंद होता है, वह किसी के सगे नहीं होते हैं। आज यदि वह दो पल के मजे और अटेंशन के लिए किसी और की बातों को आपको बता रहे हैं, वह निश्चित रूप से आपकी बातों को भी कहीं ना कहीं बता रहे होंगे। इसलिए ऐसे लोगों से कोई भी सीक्रेट बताना या अपने करीब रखना घाटे का सौदा होता है।

जरूरत पड़ने पर ना रहे मौजूद-

अपनों की असली पहचान संकट की घड़ी में ही होती है। सुख के समय में तो हर व्यक्ति आपके साथ खड़ा होता है, उसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। ऐसे में यदि कोई दोस्त आपके जरूरत के समय नदारद रहे, साथ ना देना के पीछे कोई बहाना बतलाए तो यह संकेत हैं कि आपको उससे दोस्ती खत्म कर लेनी चाहिए। ऐसे लोग जीवन में भीड़ की तरह होते हैं, जो अपने अनुसार आपका इस्तेमाल करते हैं।

विपरीत स्वभाव वाले लोगों से दोस्ती-

आर्चाय चाणक्य यह भी कहते हैं, कि जिस प्रकार सांप-नेवले, बकरी-बाघ, हाथी-चींटी, शेर-कुत्ते की दोस्ती नहीं हो सकती है, ठीक उसी प्रकार आपको भी अपने से विपरीत स्वभाव वाले व्यक्ति से दूर रहना चाहिए। भले ही आज ऐसा व्यक्ति आप पर बहुत प्यार लुटा रहा हो, लेकिन वह अपनी फितरत के अनुसार एक दिन जरूर बदलेगा और आपको इसकी कीमत अपना भारी नुकसान करा कर चुकानी पड़ सकती है।
 

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