अब 12-12 घंटे काम करने के लिए ओवरटाइम 75 घंटे से बढ़ाकर 145 घंटे कर दिया गया है

Indian News Desk:

श्रम कानून अद्यतन: अब 12-12 घंटे काम की आवश्यकता है, 75 घंटे से 145 घंटे ऑनलाइन प्रकाशित

एचआर ब्रेकिंग न्यूज, डिजिटल डेस्क-12-घंटे की शिफ्ट कानून: एप्पल के लिए आईफोन सहित सभी इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन जल्द ही कर्नाटक में एक बड़ा प्लांट लगाने की तैयारी में है।

इसके लिए कंपनी बड़ा निवेश (Foxconn India Investment) भी करेगी। दावा किया जा रहा है कि यह प्लांट (फॉक्सकॉन कर्नाटक प्लांट) बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करेगा। लेकिन इन सबके बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

अब सिर्फ दो शिफ्ट में काम होगा।

अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है। खबर के मुताबिक, एपल और फॉक्सकॉन के दबाव के चलते कर्नाटक सरकार ने श्रम कानून में कुछ बदलाव किए हैं. इस बदलाव के बाद अब कर्नाटक में भी कंपनियां अपने कारखानों में तीन की जगह दो शिफ्ट में काम कर सकती हैं. यानी अब कर्नाटक में 9-9 घंटे की शिफ्ट की जगह चीन की तरह 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम हो सकेगा.

बदलाव का असर होगा-

कानून में ताजा बदलाव के बाद अब एक हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे काम करने की इजाजत होगी। हालांकि तीन महीने के लिए ओवरटाइम 75 घंटे से बढ़ाकर 145 घंटे कर दिया गया है।

चीन से उत्पादन स्थानांतरित करना

आपको बता दें कि ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन फिलहाल चीन के झेंग्झौ शहर में स्थित एक प्लांट में एप्पल के लिए आईफोन का निर्माण कर रही है। आईफोन के इस प्लांट में करीब 02 लाख लोग काम करते हैं। हालांकि, कोविड-19 के कारण व्यवधान के कारण झेंग्झौ संयंत्र में उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसलिए फॉक्सकॉन चीन की जगह दूसरे विकल्पों पर विचार कर रही है। वहीं, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के चलते कंपनियां अपना प्रोडक्शन चीन से बाहर ले जा रही हैं।

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फॉक्सकॉन करेगी इतना निवेश-

इसी कड़ी में फॉक्सकॉन अब बेंगलुरु एयरपोर्ट के पास 300 एकड़ में प्लांट (फॉक्सकॉन बेंगलुरु प्लांट) लगाने जा रही है। यह प्लांट फॉक्सकॉन की फ्लैगशिप यूनिट हॉन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री कंपनी द्वारा स्थापित किया जाएगा, जो एप्पल के लिए आईफोन बनाती है। इसके लिए कंपनी 70 करोड़ डॉलर (फॉक्सकॉन इंडिया इन्वेस्टमेंट) का भारी भरकम निवेश कर सकती है। दावा है कि प्रस्तावित संयंत्र से लगभग 01 लाख रोजगार के अवसर सृजित हो सकते हैं।

कारखाना अधिनियम में संशोधन-

फाइनेंशियल टाइम्स की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, Apple और फॉक्सकॉन राज्य में श्रम कानूनों को शिथिल करने के लिए पैरवी कर रहे थे। इसी के चलते राज्य सरकार ने फैक्ट्रीज एक्ट में बदलाव किया है। इस बदलाव के बाद कर्नाटक के श्रम कानून अब सबसे लचीले हैं। हालाँकि, इस परिवर्तन की प्रतिक्रिया मिश्रित है। जहां एक ओर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि इससे कर्नाटक को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर ट्रेड यूनियनों से जुड़े लोग इस बदलाव को मजदूर विरोधी बता रहे हैं.

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