Delhi में अब खत्म हो जाएंगे कूड़े के पहाड़, सरकार ने किया बड़ा फैसला

Indian News Desk:

HR Breaking News (नई दिल्ली)। राजधानी में भलस्वा, गाजीपुर और ओखला लैंडफिल साइट से कूड़े के पहाड़ हटाने के लिए अब तीन अतिरिक्त एजेंसियां लगाई जाएंगी। इसके साथ कूड़े का निस्तारण करने वाली एजेंसियों की कुल संख्या बढ़कर छह हो जाएगी। इस कदम से दो वर्ष में तीनों साइट से 90 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त कूड़े का निस्तारण होगा। निगम ने ओखला और गाजीपुर लैंडफिल साइट पर एजेंसी नियुक्त करने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं, जबकि भलस्वा लैंडफिल साइट के लिए अगले महीने टेंडर निकाला जाएगा। यहां पर नवंबर तक काम शुरू हो जाएगा।
निगम महापौर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली के तीनों कूड़े के पहाड़ जल्द से जल्द खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद सभी कामों की निगरानी कर रहे हैं। उनके निर्देश पर कूड़ा निस्तारण की क्षमता को दोगुना करने की योजना तैयार की गई है। तीनों कूड़े के पहाड़ों पर अभी एक-एक एजेंसी काम कर रही है, मगर जल्द ही प्रत्येक साइट एजेंसियों की संख्या बढ़ाकर दो कर दी जाएगी।
हर वर्ष उठाना होगा 15 लाख मीट्रिक टन कूड़ा
प्रत्येक नई एजेंसी हर वर्ष 15 लाख मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करेगी। अतिरिक्त एजेंसी के काम चालू करने के बाद प्रत्येक लैंडफिल साइट से एक वर्ष में 30 लाख मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होगा। इस तरह एक वर्ष में तीनों लैंडफिल साइटों से 90 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त कूड़ा हटाया जाएगा।
कचरे की वजह से जीना मुहाल विपक्ष
उत्तर पूर्वी दिल्ली के विभिन्न वार्डों में कूड़ा फैला होने को लेकर स्थानीय लोगों और विपक्षी पार्षदों ने निगम पर सवाल उठाए हैं। शुक्रवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के गौतमपुरी से पार्षद सत्या शर्मा ने निगम की आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान महापौर ने राजधानी को चमकाने का झूठा दावा कर क्रेडिट लेने की कोशिश की। यह दावा असलियत से दूर है। सत्या शर्मा ने शाहदरा के कबीर नगर, विजय पार्क, न्यू सीलमपुर फेज-3 समेत अन्य जगहों पर कूड़े के ढेर की तस्वीरें साझा कर सफाई पर सवाल उठाए।