रेंट एग्रीमेंट बनवाते टाइम इन बातों का रखें ध्यान, वरना छीन जाएगा चैन

Indian News Desk:

HR BREAKING NEWS DELHI : हम सभी अपने घर का सपना देखते हैं पर कभी हमें किसी वजह से किराये के मकान में रहना पड़ जाता है। देश में कई लोग नौकरी की तलाश में दूसरे शहर जाते हैं और वह भी किराये के घर में रहते हैं। कोई भी व्यक्ति जब किराये के मकान में रहता है तब उसे रेंट एग्रीमेंट करवाना होता है। ये एग्रीमेंट मकान मालिक और किराएदार के बीच एक लिखित समझौता होता है।
आज के समय में ये बहुत जरूरी दस्तावेज होता है। इसमें मकान से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिये होते हैं। इस समझौते पर मकान मालिक और किरायेदार के साथ एक गवाह के भी हस्ताक्षर होते हैं। जब भी रेंट एग्रीमेंट बनाया जाता है तब किरायेदार को कई बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
किराया में बढ़ोतरी कब होगी
रेंट एग्रीमेंट में आपको ये जरूर चेक करना चाहिए कि आपका किराया कब बढ़ेगा। आपके मंथली किराए का जिक्र भी रेंट एग्रीमेंट में देना चाहिए। इस से कभी भी मालिक मनमाने ढंग से किराया नहीं बढ़ा सकता है। वैसे तो हर साल में एक बार किराया 10 फीसदी बढ़ाया जाता है।प अगर चाहें तो रेंट एग्रीमेंट से पहले किराये को कम भी करवा सकते हैं।
एग्रीमेंट पर कौन-से बिल का भुगतान दे सकते हैं
रेंट एग्रीमेंट पर कई नियम व शर्तें शामिल होती है। आपको उन सभी नियम व शर्तों के बारे में ध्यान से पढ़ना चाहिए। इसमें आपको ये जरूर चेक करना चाहिए कि आपको कौन-से बिल देने होंगे। आपको हाउस टैक्स और जिम, स्विमिंग पुल, पार्किंग, क्लब आदि के भुगतान के बारे में भी चेक करना चाहिए।
रिपेयर और मेंटेनेंस
आप जो भी मकान किराये पर लेते हैं उसको एक समय के बाद रिपेयर और मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती है। आपको ये जरूर चेक करना चाहिए कि उसका खर्चा कौन भरेगा। ये जानकारी आपको रेंट एग्रीमेंट में भी शामिल करना चाहिए। इसके अलावा आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको मकान लेने से पहले मकान मालिक को कितना सिक्योरिटी मनी देनी है। इस एग्रीमेंट में मकान मालिक के साथ किरायेदार भी नियम लिखवा सकते हैं।