इस सन में 88 रुपये तोला मिलता था सोना, Gold ने दिया 52,000% का रिटर्न

Indian News Desk:
HR Breaking News (ब्यूरो) : सोने के साथ हर भारतीयों का भावनात्मक रिश्ता रहा है. बुरे वक्त में पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए भारतीयों में गोल्ड को संभालकर रखने की परंपरा रही है.
वजह है कि हर भारतीय के घर में कुछ ना कुछ मात्रा में सोना जरूर पड़ा है. साल 1947 में जब देश आजाद हुआ तब सोने-चांदी का भाव क्या होगा? और आजादी के 74 साल (75th Independence Day) बाद सोने-चांदी ने कितने का रिटर्न दिया है? आइए जानते हैं आजादी से लेकर अब तक कैसा रहा गोल्ड का 74 साल…
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1947 से अब तक सोने में रिटर्न
आजादी से अब तक गोल्ड ने करीब 52,000 फीसदी तक की बढ़त देखने को मिली है. 1947 में सोने का भाव करीब 88 रुपये प्रति 10 ग्राम था. 1959 में पहली बार सोना 100 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार गया था. वहीं, 1974 में सोना 500 के लेवल के पार करने में कायम रहा जबकि 2007 में सोने का भाव 10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था. वहीं 2011 में इसका भाव 26,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था जबकि अगस्त 2020 में इसने 56191 का रिकॉर्ड हाई लगाया था. अभी सेने का भाव अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे है.
1947 से अब तक चांदी में रिटर्न
आजादी से अब तक चांदी के रिटर्न पर नजर डालें तो 1947 में चांदी का भाव करीब 107 रुपये किलो था और आजादी से अब तक 58,700% का रिटर्न दिया है. आजादी के 27 साल बाद 1974 में 1000 के पार निकला था और 1987 में पहली बार भाव इसने 5000 के स्तर को पार किया.
वहीं 2004 में पहली बार चांदी 10,000 के पार निकली. साल 2008 में चांदी 25,000 रुपये प्रति किलो के पार निकली. साल 2020 में चांदी ने 77,949 का रिकॉर्ड हाई लगाया था और अभी रिकॉर्ड हाई से चांदी का भाव करीब 15000 रुपये प्रति किलो नीचे है.
सोने-चांदी में निवेश (Gold silver)
जानकारों का कहना है कि ज्वेलरी के अलावा डिजिटल गोल्ड में निवेश बढ़ाए. गोल्ड ETF, गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड MF में निवेश करें. पोर्टफोलियो का 10-15% सोना में निवेश करें क्योंकि अनिश्चिता के माहौल में सोने में अच्छा रिटर्न दिया है.
सोने में निवेश का ऑप्शन
सोने में निवेश के ऑप्शन पर नजर डालें तो निवेशक ज्वेलरी, GOLD COIN & BISCUIT, ETG GOLD, सॉवरेन गोल्ड बाॅन्ड, डिजिटल गोल्ड और GOLD DERIVATIVES मे निवेश कर सकते है.
गोल्ड ETF
1 गोल्ड ETF = 1 ग्राम सोना होता है. गोल्ड ETF में सोने की मिलावट को लेकर कोई चिंता नहीं होती है. निवेशक गोल्ड ETF एक्सचेंज से खरीद सकते हैं. NSE, BSE पर कैश सेगमेंट में लिस्टेड हुए है. निवेशक डीमैट खाता या ब्रोकर के जरिए ट्रेड कर सकते है. ऑनलाइन कीमत ट्रैक की सुविधा भी मिलती है.
सॉवरेन गोल्ड
सॉवरेन गोल्ड में निवेश के फायदों की बात करें तो इसमें मिलावट का खतरा नहीं होता और ये 999% प्योरिटी वाले होते है। इसे सरकार के निर्देश पर RBI जारी करता है. इसमें केवल भारत के नागरिक ही निवेश कर सकते हैं. बैंक, एक्सचेंज, पोस्ट ऑफिस के जरिए बिक्री की जाती है. न्यूनतम 1gm, अधिकतम 4kg निवेश की सुविधा होती है. ट्रस्ट, निजी संस्था 20kg तक खरीद सकते है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर 2.5% सालाना ब्याज मिलता है. बॉन्ड अवधि 8 साल, 5 साल का एग्जिट ऑप्शन है.
गोल्ड हॉलमार्किंग
सोने को खरीदते वक्त सोने की शुद्धता, हॉलमार्किंग का ध्यान रखें.बिल में हॉलमार्किंग और कीमत जरूर लिखवाएं. बता दें कि सोने की हॉलमार्किंग कैरेट के हिसाब से तय होती है. ज्वेलरी में मेकिंग चार्ज का ध्यान रखना जरूरी है. मेकिंग चार्ज 3% से 25% तक हो सकता है. जेम्स और स्टोन का सर्टिफिकेट जरूर लें.
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गोल्ड एक्सचेंज
बता दें कि SEBI का गोल्ड स्पॉट एक्सचेंज का प्रस्ताव है. एक्सचेंज में शेयर की तरह सोने की ट्रेडिंग होगी. ये Electronic Gold Receipt के जरिए कारोबार करेगा. कीमत और गुणवत्ता को लेकर पारदर्शिता बढ़ेगी. 1 किलो, 100 ग्राम, 50 ग्राम का लॉट साइज होगा. शर्तों के साथ 10 ग्राम, 5 ग्राम का लॉट साइजतय किया जाएगा.