यदि पुरुष स्त्री को यह सुख न दे सके तो स्त्री बाहर से प्रेम की तलाश करती है।

Indian News Desk:

एचआर ब्रेकिंग न्यूज, नई दिल्ली: नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों का विस्तृत वर्णन है। जीवन इसी सिद्धांत पर चलता है
स्त्री-पुरुष सभी सुखों का भोग कर सकते हैं। लेकिन अगर पुरुष स्त्री को यह सुख नहीं दे पाता है तो वह हमेशा गरीब रहता है और समाज में उसका सम्मान नहीं होता।
चाणक्य नीति में कहा गया है कि यदि कोई पुरुष इन 3 आदतों को नहीं छोड़ता है और स्त्री को सुख नहीं देता है, तो उसके पास जीवन भर धन नहीं रहेगा और वह
पाई पाई की लत लग जाएगी।
इच्छा
आचार्य चाणक्य का कहना है कि यदि कोई पुरुष अपनी ही स्त्री के बजाय किसी दूसरी स्त्री से आसक्त हो जाता है। तो ऐसे व्यक्ति पर मां लक्ष्मी हमेशा नाराज रहती हैं। एक आदमी की तरह
थोड़े समय के लिए पैसा और सम्मान केवल अस्थायी होता है। क्योंकि घर की लक्ष्मी को प्रसन्न रखना और यदि है तो यह पुरुष का ही दायित्व है
यदि वह इसे पूरा नहीं कर पाता है तो घर में सुख-शांति नहीं रहेगी।
आलस्य
जो पुरुष आलस्य नहीं छोड़ सकते थे। उसके घर में क्यूब्स की कमी है। जिस घर में आलस्य होता है वहां मां लक्ष्मी का प्रवेश नहीं होता है। इस तरह
पुरुष कर्ज में डूब जाते हैं और केवल अपनी महिलाओं को दुखी करते हैं।
लालच
वह आदमी लालची है। वह सब कुछ चाहता है। चाहे वह भौतिक सुख हो या भौतिक सुख। दूसरों के प्रति उनकी दृष्टि हमेशा कठोर होती है। इस तरह
जातक शीघ्र ही दरिद्र हो सकता है। क्योंकि ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
बुरा भाषण
जो पुरुष अपनी स्त्री को नीचा दिखाता है और अपशब्दों का प्रयोग करता है वह कभी भी सफल नहीं हो सकता। ऐसे पुरुष घर के बड़ों का भी सम्मान नहीं करते हैं
करो और पाप के भागी बनो। ऐसे पुरुष जीवन में हमेशा किसी न किसी समस्या से घिरे रहते हैं।
कुल मिलाकर आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि मनुष्य काम-लोभ-आलस्य और अपशब्दों का त्याग कर दे तो वह सफलता की सीढ़ी नहीं चढ़ सकता।
इसे कोई नहीं रोक सकता। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा होती है। ऐसे लोगों का हर जगह सम्मान होता है।