4 दिनों के बाद इस राशि के जातक अच्छी कमाई करेंगे

Indian News Desk:
एचआर ब्रेकिंग न्यूज (ब्यूरो): ज्योतिष शास्त्र में शनि को ग्रहों का न्यायकर्ता कहा जाता है शनि को देखने वाले का दिन खराब होता है। लेकिन शनिदेव मेहरबान हुए तो उन्होंने रंका को भी राजा बना दिया। शनि जयंती 19 मई यानी ज्येष्ठ अमावस्या को मनाई जाएगी। माना जाता है कि इसी दिन शनिदेव का जन्म हुआ था। शनिदेव माता छाया और भगवान सूर्य के पुत्र हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि जयंती पर शोभन योग बन रहा है। इस दौरान वह अपनी ही कुम्भ राशि में रहेंगे। इसके अलावा शसयोग का भी निर्माण हो रहा है। वहीं, गुरु और चंद्रमा मेष राशि में हैं और गजकेसरी योग भी बन रहा है। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन शनि देव की पूजा करने से धीया, सदासाती और महादशा के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
यह भी जानें: डिफाल्टरों को पांच अधिकार, RBI ने बैंकों को जारी की गाइडलाइंस
हम आपको बताते हैं कि शनि जयंती पर कृपा पाने के लिए आपको कौन से बड़े उपाय करने चाहिए।
शनि जयंती पर तेल, काला कपड़ा, लोहे की वस्तु, छाता दान करें। साथ ही उड़द की दाल के लड्डू का भोग लगाएं।
इस दिन गरीबों को भोजन कराएं। इससे आधी समस्या से निजात मिल जाती है।
लेकिन शनि जयंती पर लोहा न खरीदें। लोहा पहले से खरीदें।
शनि जयंती पर पीतल का कटोरा लें। उसमें सरसों का तेल और एक सिक्का डालें। फिर उसमें अपना प्रतिबिम्ब देखें।
यह भी जानें: इस ट्रेन में हर दिन खाली होती हैं सीटें, 63 करोड़ का नुकसान
फिर अगर आप तेल चाहते हैं तो इसे किसी के पास लाकर रख दें या किसी कटोरी में शनि मंदिर में रख दें।
एक नारियल जल में प्रवाहित करें और कोई पुराना जूता चौराहे पर रख दें।
इन व्यवस्थाओं से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
अक के पेड़ पर लोहे की 7 कीलें चढ़ाने से धन संबंधी परेशानी दूर होती है।
साथ ही श्मशान भूमि में लकड़ी का दान करें।
यह भी पढ़ें: यूपी में बनेंगे 6 नए एक्सप्रेसवे, इन जिलों को होगा फायदा
नाव की कील या घोड़े की नाल से बनी लोहे की अंगूठी भी मध्यमा अंगुली में धारण की जा सकती है।
शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ करें। इससे शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी।
बंदर को केला, गुड़ या काले चने खिलाएं। इससे आपका कर्ज उतर जाएगा।