उत्तर प्रदेश के गांवों में पैक्स के लिए खोले जाएंगे पेट्रोल पंप, 64 को मिली मंजूरी

Indian News Desk:
HR Breaking News (नई दिल्ली)। सहकारिता विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिक सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है। प्रदेश की प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (पैक्स) को खाद-बीज वितरण से इतर अन्य कारोबार से तेजी से जोड़ा जा रहा है। जिसके तहत 64 पैक्सों के लिए पेट्रोल पंप मंजूर किए गए हैं। कई अन्य पैक्स पेट्रोल पंप के लिए स्वीकृति की कतार में लगे हैं।
भारत सरकार द्वारा बहुद्देश्यीय पैक्स (बी-पैक्स) की योजना लाने और इन्हें हर तरीके के कारोबार से जोड़ने की मुहिम के तहत उत्तर प्रदेश सहकारिता विभाग ने वृहद कार्ययोजना तैयार कर काम शुरू किया है। वै पैक्स जिनके पास अपनी अच्छी खासी भूमि है। उन्हें सीधे गोदाम बनाने व चलाने, पेट्रोल पंप खोलने, एलपीजी एजेंसी चलाने जैसे से जोड़ा जा रहा है।
यूपीएसएस ने पेट्रोल पंप के लिए कंपनियों से किया करार
सहकारिता विभाग की सहकार से समृद्धि योजना देख रहे अपर आयुक्त एसके गोस्वामी के मुताबिक पैक्सों की जमीन पर पेट्रोल पंप खोलने की योजना के लिए उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ (यूपीएसएस) को नोडल बनाया गया है। विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीणा के दिशा निर्देश पर यूपीएसएस ने पैक्सों पर पेट्रोल पंप खोलने के लिए आयल कंपनियों से करार किया है। कंपनियां पीपीपी मोड पर पेट्रोल पंप स्थापित करेंगी जिसका संचालन पूरी तरह से पैक्स करेंगे। एलपीजी वितरक का काम पैक्सों को दिए जाने के आवेदन भी बड़ी संख्या में आए हैं। भारत सरकार से विस्तृत दिशा निर्देश जारी होने पर उसके मुताबिक एलपीजी वितरक का काम पैक्सों को दिलाया जाएगा।
इन जिलों में पैक्स के लिए पेट्रोल पंप स्वीकृत
हमीरपुर, बांदा, प्रतापगढ़, कौशांबी, सोनभद्र, मऊ, सिद्धार्थनगर, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, संभल, बिजनौर, रामपुर, सीतापुर, मैनपुरी, अलीगढ़, कासगंज, हाथरस, कानपुर देहात, फर्रूखाबाद, गोरखपुर, महाराजगंज आदि जिलों की ग्रामीण क्षेत्रों में पैक्स पर पेट्रोल पंप खोलने की स्वीकृति दी गई है।
सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का जीवन आसान करने का काम पैक्सों के माध्यम से किया जा रहा है। पैक्सों को जन सुविधा केंद्र, जन औषधि केंद्र, बीज तैयार करने, निर्यात, पेट्रोल पंप, एलपीजी वितरक, राशन की दुकान चलाने आदि कामों में लगाया जा रहा है। इससे ग्रामीणों को गांव में ही ये सारी सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलेगा।