भारत की 5 जगहें, यहां जाने के लिए भारतीयों को भी लेनी पड़़ती है परमिशन

Indian News Desk:
HR Breaking News (ब्यूरो) : भारत एक आजाद देश है. यहां के लोगों को जितनी आजादी मिलती है, उतनी शायद किसी और देश के नागरिक को ना मिले. इस देश में लोग अपने नेता को भी जमकर कोस सकते हैं. जहां मन हो, वहां जा सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी देश में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां जाने के लिए भारतीयों को इजाजत लेनी पड़ती है? जी हां, कोई भी अपनी मर्जी से इन जगहों पर नहीं जा सकता. इसके लिए बाकायदा परमिशन लेनी पड़ती है. आज हम आपको ऐसी ही 5 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं.
लक्षद्वीप: यहां आने वाले हर टूरिस्ट को परमिशन लेनी पड़ती है. इसके लिए पहले आपको अपने लोकल पुलिस स्टेशन से क्लियरेंस सर्टिफिकेट लेना पड़ता है. साथ ही अपने सारे आइडेंटिफिकेशन आईडी साथ रखने होंगे. एक बार परमिट मिल जाए, उसके बाद इन्हें राज्य के स्टेशन हाउस ऑफिसर के पास जमा करना होता है. आप चाहें तो ऑनलाइन भी इसके लिए परमिशन ले सकते हैं.
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मिजोरम: ये राज्य अपने बॉर्डर को म्यांमार और बांग्लादेश के साथ शेयर करता है. यहां ऐसी कई जनजातियां रहती हैं जो अब खत्म होने की कगार पर हैं. ये राज्य बेहद खूबसूरत है. लेकिन यहां जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की जरुरत है. इसे आप लायसन ऑफिसर, मिजोरम सरकार से भी प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन जो लोग यहां फ्लाइट से जा रहे हैं उन्हें Lengpui Airport से ही परमिशन मिल जाएगी. यहां जाने के लिए दो तरह के परमिशन मिलते हैं. एक जो 15 दिन के लिए वैलिड होता है और एक जो 6 महीने के लिए वैलिड होता है.
सिक्किम के कुछ हिस्से: इस राज्य के कुछ हिस्से प्रोटेक्टेड है. यहां जाने के लिए परमिशन चाहिए होती है. यहां जाने वाले को नाथुला पास, Tsomgo-Baba मंदिर, Dzongri ट्रेक, Singalila ट्रेक, Yumesamdong, Gurudongmar लेक ट्रिप, Yumthang and Zero Point ट्रिप और Thangu-Chopta Valley ट्रिप के लिए परमिशन चाहिए होती है. ये परमिशन टूरिज्म एंड सिविल एवीएशन डिपार्टमेंट द्वारा दिए जाते हैं. आप चाहें तो इन्हें बागडोगरा एयरपोर्ट और रांगपो चेक पोस्ट से पा सकते हैं.
नागालैंड: नागालैंड अपने बॉर्डर को म्यांमार के साथ शेयर करता है. यहां करीब 16 ट्राइब रहते हैं. इनकी अपनी अलग भाषा, कॉस्ट्यूम और परंपरा है. जिन लोगों को नागालैंड जाना होता है उन्हें इनर लाइन परमिट की जरुरत होती है. ये आपको कोहिमा, दीमापुर, नई दिल्ली, मोकोकचुंग, शिलोंग और कोलकाता से मिल जाएगी. आप चाहें तो ऑनलाइन भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं.
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अरुणाचल प्रदेश: इस राज्य का बॉर्डर म्यांमार, भूटान और चीन से लगा हुआ है. इस वजह से ये राज्य सेंसिटिव ज़ोन में गिना जाता है. यहां आने के लिए हर नॉन लोकल को इनर लाइन परमिट लेना जरुरी है. अगर आप इस राज्य में घूमने जाने की सोच रहे हैं तो पहले आपको रेजिडेंट कमिश्नर और सरकार से परमिशन लेनी पड़ेगी. परमिशन के लिए आपको नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी और शिलोंग के ऑफिस में जाना पड़ेगा. इनर लाइन परमिट की फीस सौ रुपए है और ये 30 दिन के लिए वैलिड होती है.